'voice assistants' device ke istemaal mein hua  ijaapha, lein privacy ghambir gambheer masala। पिछले कुछ सालों में एलेक्सा, सिरी, गूगल असिस्टेंट्स और कोरटाना का इस्तेमाल जिस तरह बढ़ा है, कहा जा सकता है कि आने वाले समय में वॉयस असिस्टेंट्स की डिमांड बढ़ने वाली है। लोग स्मार्टफोन या पीसी में टाइप करने से ज्यादा बोलकर सर्च करना पसंद करते हैं। इन वॉयस असिस्टेंट्स को बनाने वाली कंपनियां गूगल, अमेजन, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट इन वॉयस असिस्टेंट्स को अपग्रेड करके और यूजर फ्रेंडली बनाने में जुटे हैं।
लाखों यूजर्स करते हैं इस्तेमाल: दुनिया भर में लाखों एंड्रॉइड यूजर्स हैं जो गूगल वॉयस असिस्टेंट्स का इस्तेमाल करते हैं। पिछले महीने संपन्न हुए गूगल I/O 2018 में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचई ने कहा है कि गूगल असिस्टेंट्स आने वाले दिनों में मनुष्यों की तरह वार्तालाप करेगी। गूगल असिस्टेंट्स पर पहले जब वॉयस कमांड दिया जाता था तो लगता था कि हम किसी रोबोट से बात कर रहे हैं, लेकिन अब इसे अपग्रेड किया जा रहा है। गूगल अपने वॉयस असिस्टेंट्स में 6 नए आवाजों को जोड़ा है।
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मिल रहा है अच्छा रिसपॉन्स: गूगल असिस्टेंट्स के अलावा माइक्रोसॉफ्ट कोरटाना, अमेजन एलेक्सा और एप्पल सिरी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का शानदार उदाहरण है। अमेजन एलेक्सा की बात करें तो यह अमेजन के डिवाइस इको, टैप और फायर स्टिक में वॉयस असिस्टेंट्स का काम करती है।
अलेक्सा के कंट्री मैनेजर पुनीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अलेक्सा को अमेरिका, यूके और जर्मनी में अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। इस डिवाइस को करीब 1 लाख 5-स्टार रिव्यू मिला है, जो काफी शानदार है। लोग अलेक्सा का इस्तेमाल कर रहे हैं और इसे पसंद कर रहे हैं।
वहीं गूगल असिस्टेंट्स को करीब 500 मिलियन डिवाइस पर इस्तेमाल किया जा रहा है। गूगल असिस्टेंट्स 5,000 होम डिवाइस और करीब 40 कार ब्रैंड्स के साथ काम करता है। अगर आप गूगल असिस्टेंट्स या अलेक्सा को हे गूगल या अलेक्सा का वॉयस कमांड देते हैं तो ये डिवाइस आपसे वार्तालाप शुरू कर देता है। इसके बाद आप इन वॉयस असिस्टेंट्स से लैस डिवाइस से आसानी से बात कर सकेंगे।
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भारत में भी बढ़ा चलन: पिछले कुछ सालों में जिस तरह से स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। डाटा प्लान्स सस्ते किये गये हैं साथ ही तकनीक का इस्तेमाल बढ़ा है। अमेजन, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल जैसी कंपनियों का ध्यान भारतीय बाजार की तरफ आकर्षित हुआ है। अमेजन (भारत) के अनुसार भारत में इको डिवाइस को अच्छा रिसपॉन्स मिला है। कंपनी ने पिछले साल अक्टूबर में भारत में 10 हजार एलेक्सा स्किल्स को जोड़ा है, जिसमें 5 हजार स्किल्स को पिछले 6 महीने में जोड़ा गया है। कई डिवेलेपर्स ने भारतीय फ्लेवर के साथ हनुमान चालीसा, गायत्री मंत्र आदि को स्किल्स में जोड़ा है, जिसे भारतीय ग्राहक काफी पसंद कर रहे हैं।
बिजनेस में भी हो रहा है इस्तेमाल: भारत में इन वॉयस असिस्टेंट्स को लोगों की सुविधा के लिए कई सर्विस प्रोवाइर कंपनियां कस्टमर सर्विस में भी इस्तेमाल कर रहे हैं। फिलहाल एचडीएफसी बैंक वॉयस असिस्टेंट्स का इस्तेमाल ब्रांडिग और प्रमोशन में कर रही है। फेसबुक, व्हाट्सएप और गूगल के सोशल मीडिया पर ब्रैंड प्रमोशन के मुकाबले इन वॉयस असिस्टेंट्स पर भी ब्रैंडिंग का प्रचलन बढ़ा है।
प्राइवेसी का खतरा: हाल ही में एक मामला सामने आया जिसमें अमेजन के वॉयस असिस्टेंट्स अलेक्सा ने एकांत में की गई बातों को रिकार्ड कर लिया था। इस तरह से इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस वॉयस असिस्टेंट्स से लोगों के निजता (प्राइवेसी) का खतरा बना रहता है। ये वॉयस असिस्टेंट्स निजी बातों को रिकार्ड करके प्ले कर सकता है, जिससे यह आम लोगों के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। ये वॉयस असिस्टेंट्स इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ ही काम करता है, यही कारण है कि समस्या और भी गंभीर हो सकती है।