Ish ek Technique se insaanon ke tarah kaam karta hai aapka smartphone। साल 2018 को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का साल कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इस साल लॉन्च होने वाले ज्यादा तर स्मार्टफोन्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया है। इस तकनीक की मदद से आपका स्मार्टफोन इंसानों की तरह काम करने लगता है। तो जानते हैं कि एआई तकनीक आपके स्मार्टफोन में कहां और क्या काम आती है।
AI कैमरा
साल 2018 के ज्यादातर स्मार्टफोन्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर शामिल किया गया है। इस फीचर की मदद से स्मार्टफोन्स के कैमरा अपने आप सब्जेक्ट को डिटेक्ट कर लेते हैं(जैसे लैंडस्केप, फूड और फायरवर्क इत्यादि)। एआई तकनीक के चलते फोन के कैमरा तेज काम करने से लेकर प्रकाश के हिसाब से खुद को ढाल लेते हैं। पोट्रेट मोड में एआई फीचर आपके चेहरे को खुद ब खुद पहचान लेते हैं। इसके साथ आपको शार्प और हाई क्लाविटी इमेजेस मिलती हैं। हॉनर 10 से लेकर वनप्लस 6 जैसे स्मार्टफोन में एआई तकनीक वाले कैमरा लगे हैं।
वायस असिस्टेंट
Google, Siri और Bixby के फीचर्स को खास बनाने वाली तकनीक कोई और नहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही है। इस तकनीक की मदद से ये वायस असिस्टेंट इंसानों की तरह आपके बातों का जवाब देते हैं। आपके सवालों का जवाब देने के अलावा ये वायस असिस्टेंट कई टास्क भी कर सकते हैं। स्मार्टफोन्स की बात करें तो एआई तकनीक की मदद से आपका फोन एक बार में कई सारे टास्क कर सकता है।
आदतों को याद करती है तकनीक
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से आपका फोन आपकी आदतों को रिकॉर्ड करने लगता है। इसके बाद फोन समझने लगता है कि कौन सा कमांड या सजेशन की आपको जरूरत है। इसका साधारण सा उदाहरण आपके फोन का कीबोर्ड है। आप किस शब्द का इस्तेमाल कैसे, कहां और कितना करते हैं इन बातो को आपका फोन याद रखता है, इसी कारण जब आप कुछ लिखते हैं तो फोन आपको ऑटो सजेशन देने लगता है। यानी जैसे आपके दोस्त या परिवार के लोग अपनी पसंद और नापसंद के हिसाब से बर्ताव करते हैं, बिल्कुल वैसे ही आपका फोन भी आपके आदतों के मुताबिक काम करने लगता है।
सिक्योरिटी
स्मार्टफोन का फेस रिकग्निशन फीचर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करता है। इस तकनीक की मदद से आपका डिवाइस आपके चेहरे को पहचान कर फोन को अनलॉक करता है। एआई फीचर की मदद से ही आपके दाढ़ी बढ़ाने के बावजूद भी आपका फोन आपके चेहरे को पहचान लेता है।